कहीं ना जा, आज कहीं मत जा - The Indic Lyrics Database

कहीं ना जा, आज कहीं मत जा

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता - किशोर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - बडे दिलवाला | वर्ष - 1983

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कहीं ना जा, आज कहीं मत जा
फिर मिले ना मिले, ये पल ये समा, बाहों में आ जा
ये जो बस में कदम नहीं तेरे
मैं संभालूंगी, तू आ संग मेरे
तेरे दिल की मंज़िल है यहाँ
जान-ए-वफ़ा, सच है किस को पता
फिर मिले ना मिले, ये पल ये समाँ, बाहों में आ जा
मेरी राहों का दिया तेरी आँखें
मेरे ग़म की दवा तेरी बातें
तो फिर और जाना है कहाँ
उलझन तेरी मैं सब जानूँ
तुझे तेरी तरह पहचानूँ
जो मैं हूँ तो ग़म क्या जान-ए-जां
जब दिल हुआ तेरा दीवाना
ठोकर में है सारा ज़माना
मेरा क्या करेगा ये जहां