कही करती होगी वो मेरा इंतजार - The Indic Lyrics Database

कही करती होगी वो मेरा इंतजार

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता - मुकेश | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - फ़िर कब मिलोगी | वर्ष - 1974

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कहीं करती होगी वो मेरा इंतजार
जिसकी तमन्ना में फिरता हूँ बेकरार
कहीं बैठी होगी राहों में, गुम अपनी ही बाहों में
लिए खोई सी निगाहों में खोया खोया सा प्यार
छाया रुकी होगी आँचल की, चुप होगी धुन पायल की
होगी पलकों में काजल की खोई खोई बहार
दूर जुल्फों की छाँव से, कहता हूँ ये हवाओं से
उसी बुत की अदाओं के अफ़साने हज़ार
वो जो बाहों में मचल जाती, हसरत ही निकल जाती
मेरी दुनिया बदल जाती, मिल जाता करार
अरमान है कोई पास आये, इन हाथों में वो हाथ आये
फिर ख्वाबों की घटा छाये, बरसाये खुमार
फिर उन ही दिनरातों पे, मतवाली मुलाक़ातों पे
उल्फ़त भरी बातों पे, हम होते निसार