ओ मेरी छम्मक छल्लो ओ मेरे राम लुभाया - The Indic Lyrics Database

ओ मेरी छम्मक छल्लो ओ मेरे राम लुभाया

गीतकार - संतोष आनंद | गायक - आशा भोंसले, किशोर कुमार | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - प्यासा सावन | वर्ष - 1981

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कि : ओ मेरी छम्मक छल्लो दो दिन की है ज़िन्दगानी -२
तू प्यार मुझे कर ऐसे मैं लिख दूँ प्रेम कहानी
आ : ओ मेरे राम लुभाया -२
क्या लिखनी प्रेम कहानी
मौक़ा है मौज मना लो कब किसकी रही जवानीकि : लिखने का शौक़ मुझे है लिखता हूँ दिल की बातें -२
थोड़ी सी दिन की बातें थोड़ी रातों की बातें -२
आ : दिन के क्या तौर-तरीके रातों की नीयत क्या है
तुम तो क्या जानो इस पर मौसम की चाहत क्या है
कि : दिल जो कहता है उसको आँखों से मैं कहता हूँ
दिल की हालत को समझो रुत है कितनी मस्तानी
आ : ओ मेरे राम लुभाया ...
कि : ओ मेरी छम्मक छल्लो ...
आ : ओ मेरे राम लुभाया ...सुन-सुन के बोले मेरा दिल बैठा जाए -२
प्यासे अरमानों वाला सावन ये बीता जाए
कि : मुझको कुछ होश नहीं था सचमुच मैं बेअसर था
नज़रों में तुम ही तुम थे मौसम से बेख़बर था
आ : अब तो कुछ ख़ैर-ख़बर लो सुन लो घनघोर अनाड़ी
मंज़िल पे आ के भटकी मेरी यौवन की गाड़ी
करते हो क्यों नादानी सोचो बातें मर्दानी -२
मौक़ा है मौज ...
कि : ओ मेरी छम्मक छल्लो ...