नहीं नहीं कोई तुम सा हसीन - The Indic Lyrics Database

नहीं नहीं कोई तुम सा हसीन

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - आशा भोंसले, किशोर कुमार | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - स्वर्ग नरक | वर्ष - 1978

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नहीं नहीं
क्या रे नहीं
अरे बाबा क्या
नहीं नहीं कोई तुम सा हसीं
इसका है मतलब देखे हैं तुमने लाखों हसींयूँही थोड़ी देर को तो मैं शायर बन गया
मैने तो देखा नहीं जलवा कोई हुस्न का
तुममें है वो बात किसी में देखी ना वो बात कहीं
अच्छा जी
अरे नहीं नहीं ...मैं ये कैसे मान लूँ तुम इतने अनजान हो
तुम कितनी मासूम हो तुम कितनी नादान हो
लेकिन तुम भी मेरे जैसी मैं किस पर कर लूँ यक़ीं
नहीं नहीं ...मैने माना आपको मुझसे सच्चा प्यार है
पर मर्दों की बात का न कोई ऐतबार है
जहाँ पर देखी कोई अच्छी सूरत दिल खो गया वहीं
नहीं नहीं ...