दुनिया हमारे प्यार की यूँ ही जवाँ रहे - The Indic Lyrics Database

दुनिया हमारे प्यार की यूँ ही जवाँ रहे

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - NA | संगीत - श्याम सुंदरी | फ़िल्म - लाहौर | वर्ष - 1949

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दूर देश का रहने वाला आया

का: दूर देश का रहने वाला आया

आया देश पराये

मन से मन की पूछ रहा है

अपना भेद छुपाये

दो: दूर देश का रहने वाला आया

आया देश पराये

दूर देश का रहने वाला आया

पं: देख उसे इक पेड़ पे मैना बोली

दो: देख उसे इक पेड़ पे मैना बोली

का: क्या

पं: आओ, आओ मुसाफ़िर बोलो अपनी बोली

मुसाफ़िर बोलो अपनी बोली

क्यों इतने घबराये

का: टूटा घोसला बना रही हूँ

बना सको तो बुला रही हूँ

क्यों ना हाथ बटाये

दो: दूर देश का रहने वाला आया

आया देश पराये

दूर देश का रहने वाला आया

का: क्यों मुसाफ़िर रूठ गया

हाँ रूठ गया, दिल तोड़ दिया

पं: पाया था, इक राज़ भूल के छोड़ दिया

फिर लेने को हम आयें

दो: दूर देश का रहने वाला आया

आया देश पराये

दूर देश का रहने वाला आया

का: देख अँधेरा न बेहोश हुआ

बोली मैना क्या निराशा दोश हुआ

तुम आये हम गाये

पं: हम आये तुम गाये

दो: आया देश पराये

दूर देश का रहने वाला आया