मुझे याद आती है देस की मिट्टी - The Indic Lyrics Database

मुझे याद आती है देस की मिट्टी

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - सोनू निगम, अनुराधा श्रीराम | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - नेताजी सुभाष चंद्र बोस - भूले हुए नायक | वर्ष - 2005

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मुझे याद आती है -२( अपने देस की मिट्टी की ख़ुश्बूमुझे याद आती है ) -२( कभी बहलाती है
कभी टड़पाती है ) -२मुझे याद आती है, हो
अपने देस की मिट्टी
अपने देस की मिट्टी की ख़ुश्बू
मुझे याद आती हैबीते पल छूने लगे हैं दिल को ऐसेदोस्त रखे हाथ कंधे पे जैसेकैसी ये किरणें सी छन रही हैंकैसी तस्वीरें सी बन रही हैंकितने मौसम याद में हैं आते जातेबारिश आई खुल गये हैं काले छातेदिन हैं अलसाये हुये जो आई गर्मीसर्दियों की धूप में है कैसी नर्मीपल पल इक समय की नदिया है जो बहती जाती हैअपने देस की मिट्टी की ख़ुश्बू
मुझे याद आती हैपिघले तन्हाइयों के हैं जो अंधेरेजगमगाने से लगे हैं कितने चेहरेएक लोरी है, इक लाल बिंदियालौत आई है मेरे बचपन की निंदियावो कोई इकतारे पे कब से गा रहा हैकोई आँचल जाने क्यूँ लहरा रहा हैहर घड़ी नई बात इक याद आ रही हैदिल में पगडंडी सी जैसे बन गई हैये पगडंडी मेरे दिल से मेरे देस जाती है( अपने देस की मिट्टी की ख़ुश्बू
मुझे याद आती है ) -२