मेरी भीगी भीगी सी, पलकों पे रह गए - The Indic Lyrics Database

मेरी भीगी भीगी सी, पलकों पे रह गए

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - अनामिका | वर्ष - 1973

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मेरी भीगी भीगी सी पलकों पे रह गए
जैसे मेरे सपने बिखर के
जले मन तेरा भी, किसी के मिलन को
अनामिका तू भी तरसे
तुझे बिन जाने, बिन पहचाने, मैंने हृदय से लगाया
पर मेरे प्यार के बदले में तूने, मुझको ये दिन दिखलाया
जैसे बिरहा की रुत मैंने काटी, तड़प के आहें भर भर के
जले मन तेरा... ..
आग से नाता, नारी से रिश्ता, काहे मन समझ न पाया
मुझे क्या हुआ था, एक बेवफा पे हाए मुझे क्यों प्यार आया
तेरी बेवफाई पे हँसे जग सारा, गली गली गुजरे जिधर से
जले मन तेरा... ..