यार चुलबुला है हसीन दिलारुबा हैं - The Indic Lyrics Database

यार चुलबुला है हसीन दिलारुबा हैं

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - दिल देके देखो | वर्ष - 1959

View in Roman

यार चुलबुला है हंसीं दिलरुबा है
झूठ बोलता है मगर ज़रा ज़रा
तो बोलो जी
फिर क्या करे दीवानाये किसे पता है ये हुस्न की अदा है
तुमको दिल दिया है मगर ज़रा ज़रा
तो देखो जी
धोखे में आ न जानाछोड़ो शरारत शबाब के हैं दिन
बचपन के शायद जनाब के हैं दिन
बस इसी अदा पे हम सनम तुम्हारे हो लिये
किस तरह यक़ीं हमको आए ये तो बोलिये
तो सुन लो तो सुन लो तो सुन-सुन-सुन-सुन-सुन
तो सुन लो जी
कहता क्या ज़माना
यार चुलबुला है ...उलझे से बालों का है ये हाल क्या
तुमने जो देख तो आ गया नशा
चल रहा है तीर, दिल बचाइये बचाइये
पहले नैनों की झुकी कमान तो उठाइये
तो देखो तो देखो तो दे-दे-दे-दे-दे
तो देखो जी
दिल हो गया निशाना
यार चुलबुला है ...ऐसे हसीनों का ऐतबार क्या
अच्छा तो तकते हो बार बार क्या
देखता हूँ किसने ये हसीं शकल बनाई है
ऐसा लग रहा है तुमने गहरी चोट खाई है
तो देखो तो देखो तो दे-दे-दे-दे-दे
तो देखो जी
इस दिल क तलमलाना
यार चुलबुला है ...