कोई बना आज अपना - The Indic Lyrics Database

कोई बना आज अपना

गीतकार - पं. नरेंद्र शर्मा | गायक - लता | संगीत - सुधीर फड़के | फ़िल्म - मालती माधव | वर्ष - 1951

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कोई बना आज अपना
सुख में आँखें बंद हो रही
खुले हृदय के द्वार
दो मन मिलकर एक हुए हैं
दो दो नैना चार
चार नैन देखें हिल मिल कर
एक मधुर सपना
बना आज अपना
चार चरण पर पाँच एक है
चार अगर दो बात
एक गीत में बँधती जाती
चार चाँदनी रात
मधुर प्रीत की फुलमाला पर
प्राण नाम जपना
बना आज अपना
प्रेम हिंडोला झूलें हिल मिल
एक क़दम ?????
नाचे रुत छम छम के
भरे बहन में बहन
बार बार नैनों का मिलना
पलकों का झपना
बना आज अपना