लगन लगी है साजन मिलन कि - The Indic Lyrics Database

लगन लगी है साजन मिलन कि

गीतकार - तनवीर नकवी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - एस मोहिंदर | फ़िल्म - नाता | वर्ष - 1955

View in Roman

लगन लगी है सजन मिलन की
बढ़ती जाए लय धड़कन कीदेके गई है रैन बिरह की
आई?? मिलन की हो ऽऽ
छाया से पग पड़त हैं आगे
गली बलम की ओऽऽर
प्यासी अँखियाँ थी दर्शन की
लगन लगी है ...आज सखी री तेरे मन में
अरमानों का राऽऽज
क्या क्या सपने देख रही है
कहे तो आवे लाऽऽज
होगी तोरी बात सपन की
लगन लगी है ...