उसके शिवा कुछ याद नहीं मैं मस्त हे मस्त - The Indic Lyrics Database

उसके शिवा कुछ याद नहीं मैं मस्त हे मस्त

गीतकार - नितिन रायकवार | गायक - सुनिधि चौहान, संदीप चौथा | संगीत - संदीप चौथा | फ़िल्म - | वर्ष - 1999

View in Roman

उसके सिवा कुछ याद नहीं उसके सिवा कोई बात नहीं
उन ज़ुल्फ़ों की छांवों में उन गहरी निगाहों में
उन क़ातिल अदाओं में
हुआ हुआ हुआ मैं मस्त हे मस्त हे मस्त मैं मस्तउस रूप में मैं मस्त हूँ उस रंग में मैं मस्त हूँ
उसका नशा मैं क्या कहूँ हर लम्हा मैं मस्त हूँ
वो दौड़े है नस नस में वो दौड़े है रग रग में
अब कुछ ना मेरे बस में
हुआ हुआ हुआ मैं ...उसकी खबर उसका पता बाकी सभी हैं लापता
उसका हो दिल मेरा पता मुझको पता रब को पता
चलती है तेरी साँसें उसका नाम ले ले के
दिल से आती हैं आवाज़ें
हुआ हुआ हुआ मैं ...तेरे सिवा कुछ याद नहीं तेरे सिवा कोई बात नहीं
आँखों में तेरे सपने होंठों पे तेरे नग़मे
दिल मेरा लगे कहने
हुई हुई हुई मैं मस्त हे मस्त ओ मस्त हे मस्ततू है यहीं तू साथ है ये प्यार के जज़्बात हैं
तेरी कहूँ तेरी सुनूं मेरे यही हालात हैं
रग रग में जवानी है तेरी ही कहानी है
तुझको ही बतानी हैं
हुई हुई हुई मैं ...तू है यहां तू है वहां मेरी नज़र जाए जहां
तुझे चाहती हूँ इस तरह मैं जानूं ना के किस तरह
साया बन के रहती हूँ हरदम मैं तेरे पीछे
कहती हूँ कोई पूछे
हुई हुई हुई मैं ...