कोई दिल में है - The Indic Lyrics Database

कोई दिल में है

गीतकार - कैफ इरफानी | गायक - मुकेश | संगीत - मुकेश | फ़िल्म - अनुराग | वर्ष - 1956

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कोई दिल में है और कोई नज़र में
मुहब्बत के सपने मैं किसपे लुटाऊँ
इसी कश-म-कश में जिए जा रहा हूँ
किसे याद रक्खूँ, किसे भूल जाऊँ
इधर दिल मोहब्बत में उनको दिया है
उधर फ़र्ज़ का बोझ सर पर लिया है
अरी ज़िन्दगी तूने ये क्या किया है
किसे याद रक्खूँ, किसे भूल जाऊँ
न बस में है मेरे उन्हें भूल जाना
न बस में है उनको नज़र से गिराना
मेरी बेबसी का, बस इतना फ़साना
किसे याद रक्खूँ किसे भूल जाऊँ