रोक लो अपनी मस्त अँगड़ाई - The Indic Lyrics Database

रोक लो अपनी मस्त अँगड़ाई

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - रखवाला | वर्ष - 1970

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र : रोक लो अपनी मस्त अँगड़ाई दोनों आलम न टूट जाएँ कहीं
ल : आसमाँ के हसीन हाथों से चाँद-सूरज न छूट जाएँ कहीँ

र : दिल ने दिल से जाने क्या कहा हो तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे हो-२
ल : बातों-बातों में जाने क्या हुआ हो तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे हो-२

र : इन बहारों ने दुल्हन बनाया तुझे
और किरणों का जेवर पहनाया तुझे
सारे कसीदों ने मिलकर सजाया तुझे
प्यार से हवा ने झूला झुलाया तुझे
आया मौसम जवाँ प्यार का हो
तेरे नैन मेरे नैन ...

ल : तेरी बाँहों का ऐसा सहारा मिला
जैसे तूफ़ानों में कोई किनारा मिला
मेरे हाथों को दामन तुम्हारा मिला
जैसे नदियों को सागर का धारा मिला
दिल ख़ुशी से मचलने लगा हो
तेरे नैन मेरे नैन ...

र : तेरे जलवों से रोशन नज़ारे रहें
इन नज़ारों में तेरे इशारे रहें
ल : नीले अम्बर पे जब तक सितारे रहें
तुम हमारे रहो हम तुम्हरे रहें
र : तेरा रखवाला दिल है मेरा हो
तेरे नैन मेरे नैन ...