यारों का ये हाल है यार अपने घर जाओ - The Indic Lyrics Database

यारों का ये हाल है यार अपने घर जाओ

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - शान, शंकर, कुनाल | संगीत - शंकर एहसान लॉय | फ़िल्म - ये क्या हो रहा है | वर्ष - 2002

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यारों का ये हाल है सुर है न ताल है
फिर भी ये नाचेंगे फिर भी ये गाएँगे
नाचेंगे गाएँगे हमको हराएँगे
इनका ख्याल है
यार अपने घर जाओकौन हम हैं न तुमने ये जाना
हमको देखा मगर ना पहचाना
दुनिया की शान हम हैं
आँधी तूफ़ान हम हैं
देखो न ऐसे तुम हमसे अकड़ो
रस्ता तुम अपने घर का पकड़ो
यार अपने घर ...फिर भी बिगड़ते हैं
फिर भी अकड़ते हैं
गा के झगड़ते हैं
नाच के लड़ते हैं
ये तो कमाल है
यार अपने घर ...कौन हम हैं समझ लो तुम प्यारे
दिन में तुमको दिखा दें हम तारे
सारी बातें तुमको सिखा दें
तुम जो न जानों तुम्हें बता दें
आसमां नीला है क्यूँ जानते हो
पानी ये गीला है क्यूँ जानते हो
ये ज़मीं गोल है क्यूँ जानते हो
ढोल में पोल है क्यूँ जानते हो
कुछ भी नहीं जानते हो अगर तुम
क्यूँ घर से बाहर फिरते हो गुमसुम
यार अपने घर ...मुन्ना अपने घर जाओ
अरे पप्पू अपने घर जाओ