कितना हसीं है जहाँ जादू भरा है समाँ - The Indic Lyrics Database

कितना हसीं है जहाँ जादू भरा है समाँ

गीतकार - तनवीर नकवी | गायक - आशा: | संगीत - एन दत्ता | फ़िल्म - मिस्टर X | वर्ष - 1957

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कितना हसीं है जहाँ
जादू भरा है समाँ
जागे हैं अरमाँ नए लेके अंगड़ाइयाँ
कितना हसीं है
नूर का क़ाफ़िला है फ़लक़ पे रवाँ
जगमगाने लगा नीलमी आसमाँ
कितना हसीं है
हट गईं चाँद से रेशमी बदलियाँ
मुस्कुराने लगीं साँवली वादियाँ
कितना हसीं है
कह रही है नज़र प्यार की दास्ताँ
काश समझे कोई धड़कनों की ज़बाँ
कितना हसीं है