सपने में कुड़ी वो की दिल मेरा नाल ले गई जो - The Indic Lyrics Database

सपने में कुड़ी वो की दिल मेरा नाल ले गई जो

गीतकार - फैज़ अनवर | गायक - सहगान, अभिजीत | संगीत - साजिद वाजिद | फ़िल्म - बागी | वर्ष - 2000

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क्या हुआ ज़रा ये तो बता
किसके प्यार में दीवाना तू बना ओय होय
सपने में कुड़ी वो आऊंदी ए आहो
अक्खां दी नींद चुराऊंदी ए आहोओ
हे ओय ओय होय होयसपने में कुड़ी वो आऊंदी ए
अक्खां दी नींद चुराऊंदी ए
मैं तो उसपे प्यार लुटावां हो
मैं तो उसपे प्यार लुटावां
याद उसकी दिल में बसावां
ढूंढूं कहां उसको
कि दिल मेरा नाल नाल नाल ले गई जोफूलों सी खिली खिली चाँद सी उजली
वो मेरे लिए बनती संवरती थी
परियों दी रानी कुड़ी ओ दीवानी
चुपके से दिल में उतरती थी
होय होयउसके ही तो गीत मैं गावां हो
उसके ही तो गीत मैं गावां
प्यार ओसदा भूल न पावां
ढूंढूं कहां उसको
हे ओय ओय होय होय
कि दिल मेरा ...मोरनी सी चाल है हँसी तो कमाल है
मस्त अदाएं सुहानी वे
हिरनी सी डोले जादू सा घोले
शोख रंगीली जवानी वे
होय होय
कैसे दिल का दर्द मिटावां हो
कैसे दिल का दर्द मिटावां
हाल अपना किसको सुनावां
ढूंढूं कहां उसको
कि दिल मेरा ...