ना जाने चाँद कैसा होगा - The Indic Lyrics Database

ना जाने चाँद कैसा होगा

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - मुकेश, कमल बरोट | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - रॉकेट गर्ल | वर्ष - 1962

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कमल: ना जाने चाँद कैसा होगा
मुकेश: तुम सा हसीं तो नहीं
कमल: होंगे रंगीन ये सितारे
मुकेश: तुम से रंगीं तो नहींकमल: आते हैं नीले आसमाँ पे, जाने किधर से सितारे
मुकेश: चलता है सारा ही ज़माना तेरी नज़र के सहारे
कमल: दिल चाहे आसमाँ को छू लूँ
मुकेश: ले चल हमें भी वहीं
कमल: ना जाने चाँद ...मुकेश: छाये हैं काले काले बादल या तुम ने ज़ुल्फ़ें बखेरी
कमल: खो जाऊँ जा के बादलों में कब से तमन्ना है मेरी
मुकेश: जाने दो ख़्वाब की ये बातें
कमल: हम को है इन पे यकीं
कमल: ना जाने चाँद ...कमल: सारे ज़माने से निराली हम कोई दुनिया बसायें
मुकेश: दिल के रंगीले सपनों से महफ़िल रंगीली सजायें
कमल: ऐसा जहान है कहाँ पे
मुकेश: होगा कहीं ना कहीं
कमल: ना जाने चाँद ...
मुकेश: तुम सा हसीं तो नहीं