उरा कभी अरमान कर दे - The Indic Lyrics Database

उरा कभी अरमान कर दे

गीतकार - शम्स लखनविक | गायक - सुरैया | संगीत - गुलाम हैदर | फ़िल्म - शाम | वर्ष - 1946

View in Roman

हम ग़रीबों का भी पूरा कभी अर्माँ कर दे
अपनी रहमत का ज़रा हम पे अहसाँ कर दे
हम ग़रीबों का भी पूरा कभी अर्माँ कर देवो सलामत रहे, फूले फले, परवान चढ़े
उन के हाथों से मेरी मौत का समाँ कर दे
हम ग़रीबों का भी पूरा कभी अर्माँ कर देमौत को काम से मतलब है उसे नाम से क्या
जिस्म उस का रहे, क़ुरबान मेरी जाँ कर दे
हम ग़रीबों का भी पूरा कभी अर्माँ कर दे