एक हसीन शाम को दिल मेरा खो गया - The Indic Lyrics Database

एक हसीन शाम को दिल मेरा खो गया

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - दुल्हन एक रात किस | वर्ष - 1966

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एक हसीन शाम को दिल मेरा खो गया
पहले अपना हुआ करता था, अब किसी का हो गया
मुद्दतो से आरजू थी, जिन्दगी में कोई आए
सूनी सूनी जिन्दगी में कोई शमा झिलमिलाए
वो जो आए तो रोशन ज़माना हो गया
मेरे दिलके कारवां को ले चला है आज कोई
शबनमी सी जिसकी आँखे, थोड़ी जागी थोड़ी सोयी
उनको देखा तो मौसम सुहाना हो गया