चंद्र छुपा सूरज उगा नवप्रभात आया जागो - The Indic Lyrics Database

चंद्र छुपा सूरज उगा नवप्रभात आया जागो

गीतकार - इन्दीवर | गायक - किशोर कुमार | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - प्रीत की डोरि | वर्ष - 1971

View in Roman

चन्द्र छुपा सूरज उगा
बिखरे लाल गुलाल
दाल दाल पचि
जगे जागो हे गोपाल
नवप्रभात आया जागो
नवप्रभात आया जागो
नवप्रभात आया

फूल जगे कलियाँ जाएगी
चचल मालनिया जागी
चचल मालनिया जागी
गोकुल की गइयाँ जागी
गाओ की ग्वालानिया जागी

गाओ की ग्वालानिया जागी
जाग उठी है नवजीवन में
धरती की काया

कोई सखी श्रृंगार करे
ठुमक ठुमक कर पाँव भरे
ठुमक ठुमक कर पाँव भरे
छम छम करती पनिहारिन
छल छल जल के कलश भरे
छल छल जल के कलश भरे
देख सुनहरे रवि किरणों ने
अमृत बरसाया अमृत बरसाया.