दाल दाल और कुंज कुंज किस पीई को धुंधे री - The Indic Lyrics Database

दाल दाल और कुंज कुंज किस पीई को धुंधे री

गीतकार - किदार शर्मा | गायक - कानन देवी | संगीत - आर सी बोराल | फ़िल्म - | वर्ष - 1939

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डाल डाल और कुन्ज कुन्ज किस पी को ढूँढे री -२
ये कैसी पी पी पी -२हँस दे सखी जाये बसे परदेस -२
?? -२
छोड़ ये पी पी पीहम हैं झोंके प्रीत के जो कलोजी पी
आज गले का हार तो कल उकतावत जी
हम हैं झोंके प्रीत के जो कलोजी पी -२
आज गले का हार तो कल उकतावत जी
हाँ हाँ हाँ
आज गले का हार तो कल उकतावत जीनई नई चटखीली कलियाँ उनका दिल बहलाती हैं -२
तुम सी मूरख लाखों हैं जो रो रो जान गँवाती हैं
तुम सी मूरख लाखों हैं जो रो रो रो रो
रो रो जान गँवाती हैं
तुम सी मूरख लाखों हैं जो रो रो जान गँवाती हैं
पी घूँट लहू के पी