ग्रास ये प्रीति का मोद से खा ले - The Indic Lyrics Database

ग्रास ये प्रीति का मोद से खा ले

गीतकार - पं अनुज | गायक - शांता आप्टे | संगीत - मास्टर कृष्णराव | फ़िल्म - गोपाल कृष्ण | वर्ष - 1938

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ग्रास ये प्रीति का मोद से खा ले -२
साँवरे हास से जग को हँसा दे -२
ये चिड़िया सा -२
ये मुरवा सा -२
ये सबसे मीठा -२
अपनी कपिला का
ग्रास ये प्रीति का मुख में तू रख ले
दिव्य वो विराट रूपदिव्य वो विराट रूप मुझको दिखावो रे
मुझको दिखावो
मधुर सूरत कैसा -२
एक ग्रास खावो -२
हर्ष से गोकुल को शन्ति दिलावो
हर्ष से गोकुल को शन्ति दिलावो रे
शन्ति दिलावोग्रास ये प्रीति का
प्रीति का