साँसों की ज़रूरत है जैसे ज़िन्दगी के लिए - The Indic Lyrics Database

साँसों की ज़रूरत है जैसे ज़िन्दगी के लिए

गीतकार - समीर | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - नदीम - श्रावण | फ़िल्म - आशिकी | वर्ष - 1990

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साँसों की ज़रूरत है जैसे ज़िन्दगी के लिए
बस एक सनम चाहिए आशिकी के लिए
जाम की ज़रूरत है जैसे बेखुदी के लिए
हा एक सनम चाहिए आशिकी के लिए
बस एक सनम चाहिए आशिकी के लिए
वक्त के हाथों मे सब की तकदीरें हैं
आईना झूठा है, सच्ची तसवीरे हैं
जहाँ दर्द है, वही गीत है
जहाँ प्यास है, वही मीत है
कोई ना जाने मगर, जीने की यही रीत है
साज़ की ज़रूरत है जैसे मौसकी के लिए
बस एक सनम चाहिए आशिकी के लिए
मंजिले हासिल हैं, फिर भी एक दूरी है
बिना हमराही के ज़िन्दगी अधूरी है
मिलेगी कही कोई रहगुजर
तनहा कटेगा कैसे ये सफ़र
मेरे सपने हो जहाँ, ढूंढू मैं ऐसी नज़र
चाँद की ज़रूरत है जैसे चाँदनी के लिए
बस एक सनम चाहिए आशिकी के लिए