जले ना क्यों परवाना - The Indic Lyrics Database

जले ना क्यों परवाना

गीतकार - अंजुम पीलीभीति | गायक - सुरेंद्र | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - अनोखी अदा | वर्ष - 1948

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(जले ना क्यों-२
जले ना क्यों परवाना -२)-२
शमा दिखाकर हुस्न के जलवे-२
बना के जब दीवाना
जले ना क्यों परवाना(दिल की लगी का नाम है उल्फ़त
दिल की लगी का नाम उल्फ़त है)-२
और उल्फ़त का है ये मतलब-२
(चुपके चुपके धीरे धीरे
हँस हँस के जल जाना)-२
जले ना क्यों परवानाजले ना क्यों ...जलना है तो फिर जल जाये, हो
जलना है तो फिर जल जाये
हुस्न के साँचे में ढल जाये-२
(इश्क़ में दोनों एक है अब तो
जीना या मर जाना)-२
जले न क्यों परवाना
शमा ... दीवाना
जले न क्यों परवाना