हा हा लाई ख़ुशी की दुनिया हँसती हुई जवानी - The Indic Lyrics Database

हा हा लाई ख़ुशी की दुनिया हँसती हुई जवानी

गीतकार - अंजुम पीलीभीति | गायक - सुरैया, मुकेश | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - विद्या | वर्ष - 1948

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लेती हैं दमबदम बलायें

लेती हैं दमबदम बलायें

तेरे गुलज़ार की

ऊँची डालियों से दूर

ज़ालिमाँ के प्यार की

लेती हैं दमबदम बलायें

छाई है हाय इस तरह ख़ुशी

हँस रही है ज्यूँ कली

हाँहाँ हँस रही है ज्यूँ कली

आज रात धूम है

ढूँढती बहार भी

लेती हैं दमबदम बलायें

इश्क़ में हो के बाग बार

शोख़ी से पी रहे हैं सबा

इस दुआएं देती है

रस भरी फुहार भी

लेती हैं दमबदम बलायें

तेरे गुलज़ार की

ऊँची डालियों से दूर

ज़ालिमाँ के प्यार की

लेती हैं दमबदम बलायें