आपन जीवन दर्पण न्यारा - The Indic Lyrics Database

आपन जीवन दर्पण न्यारा

गीतकार - | गायक - इला घोष | संगीत - पंकज मलिक | फ़िल्म - डॉक्टर | वर्ष - 1941

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आपन जीवन दरपन न्यारा -२
इसमें समाया रूप तिहारा
आपन जीवन दरपन न्यारा
आपन जीवनजग की सेवा जीवन-रकशा
( जग की सेवा जीवन-रकशा
कर्मा तुम्हारे धर्म हमारा ) -२
रोगी मन को तुम्हरी आशा
जीवन-जल का तुमही से धारामन में समाया रूप तिहारा
आपन जीवन दरपन न्याराअन्धी आँख को तुम्हारा दरसन
दुख-बदरी में चमकता तारा
आ हा
भक्त को भी अपना सा बना दो -२
हाथ हों मेरे काम तुमहारामन में समाया रूप तिहारा
आपन जीवन दरपन न्यारा -२