ये लडका हाए अल्ला कैसा है दीवाना - The Indic Lyrics Database

ये लडका हाए अल्ला कैसा है दीवाना

गीतकार - गुलजार | गायक - आशा - रफी | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - फिलहाल | वर्ष - 2002

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ये लड़का हाय अल्ला कैसा है दीवाना
कितना मुश्किल है तौबा इसको समझाना
के धीरे धीरे दिल बेकरार होता है
होते, होते होते, प्यार होता है
हमने तो इतना देखा, हमने तो इतना सिखा
दिल का सौदा होता है, सौदा जिन्दगी का
मिलते ही कैसे कोई होता है दीवाना
कितना मुश्किल है तौबा इसको समझाना ...
हो सकता है देखो ना, समझों मिट्टी को सोना
पल भर का हँसना हो जाए, जीवन भर का रोना
देखो जल्दी में कभी दिलको ना लगाना
कितना मुश्किल है तौबा इसको समझाना ...
भोली हो तुम क्या जानो, अब भी मुझको पहचानो
सपना तुम्हारा मैं हूँ, मानो या ना मानो
देखो नादानी से मुझे ना ठुकराना
नहीं तो गाती ही रहोगी ये तराना