बैरन नींद ना आये, - The Indic Lyrics Database

बैरन नींद ना आये,

गीतकार - राजेन्द्र कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - चाचा ज़िंदाबाद | वर्ष - 1959

View in Roman

बैरन नींद ना आये, मोहे बैरन नींद ना आये
मोरा जिया घबराये ...
सुनी पड़ी मेरी पलकों की गलियाँ
कौन खिलाये निंदिया की कलियाँ
अपने भी हैं पराये ...
लाख जतन करूँ, आँख ना लागे
सो गयी खुशियाँ और ग़म जागे
घायल मन कित जाये ...
याद आये जब प्यार की बातें
और भी लंबी हो जाये रातें
भोर नज़र नही आये ...