हम बंजारे संग हमारे धूम मचा ले दुनिया - The Indic Lyrics Database

हम बंजारे संग हमारे धूम मचा ले दुनिया

गीतकार - मोती | गायक - गीता दत्त, मोहम्मद रफ़ी, सहगान, ललिता देवूलकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - साजन | वर्ष - 1947

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को: आऽ
हम बंजारे
हम बंजारे संग हमारे धूम मचा ले दुनिया
होय मौज उड़ा ले दुनिया
आऽ

र: अपने पैरों की ठोकर से राह बना ले
को: अपने पैरों की ठोकर से राह बना ले
धूम मचा ले दुनिया
होय मौज उड़ा ले दुनिया
आऽर: हम हैं मस्त बड़े अलबेले -२
निस-दिन तूफ़ानों से खेले
सर्दी-ग़र्मी तन पर झेले
?: नगर-नगर में डगर-डगर में
जहाँ-जहाँ जी चाहे गाँव बसा ले
को: जहाँ-जहाँ जी चाहे गाँव बसा ले
धूम मचा ले दुनिया
होय मौज उड़ा ले दुनिया
आऽगी: मेरी घाट की मढय्या
र: चाँदी-सोने की तलय्या
गी: प्यारा बछड़ा प्यारी गय्या
र: अपनी दुनिया पीठ पे लादे
अपना बोझा अपना काँधे
?: तेरा जहाँ-जहाँ जी चाहे रंग जमा ले
को: तेरा जहाँ-जहाँ जी चाहे रंग जमा ले
धूम मचा ले दुनिया
होय मौज उड़ा ले दुनिया
आऽ