आई दीवाली दीपोन वाली गायन सखियां - The Indic Lyrics Database

आई दीवाली दीपोन वाली गायन सखियां

गीतकार - स्वामी रामानंदी | गायक - सहगान, खुर्शीद | संगीत - राम गांगुली | फ़िल्म - महाराणा प्रताप | वर्ष - 1946

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को: (आई दिवाली दीपों वाली गायें सखियाँ
गायें सखियाँ)-२
कु: ओ परदेसी मेरी
ओ परदेसी मेरी नीर भरी अखियाँ
(नीर भरी अखियाँ)-२
को: (आई दिवाली दीपों वाली गायें सखियाँ
गायें सखियाँ)-२
कु: ओ परदेसी मेरी
ओ परदेसी मेरी नीर भरी अखियाँ
(नीर भरी अखियाँ)-२कु: (सारे देश में है अंधियारा)-२
मेरे घर में है उजियारा
तुमने जबसे ? किनारा
मेरा कौन है सहारा
(कोई ना माने, और ना जाने मन की बतियाँ)-२
(नीर भरी अखियाँ)-२
को: (आई दिवाली दीपों वालि गायें सखियाँ
गायें सखियाँ)-२
कु: ओ परदेसी मेरी
ओ परदेसी मेरी नीर भरी अखियाँ
(नीर भरी अखियाँ)-२कु: (बचपन की जब याद सताये
जवानी रो रो नीर बहाये)-२
(उसी नीर को तेल समझके मन का दीप जलाये
दुखिया मन का दीप जलाये)-२
(इसी बहाने से ना जायें काली रतियाँ)-२
(नीर भरी अखियाँ)-२
को: (आई दिवालि दीपों वाली गायें सखियाँ
गायें सखियाँ)-२
कु: ओ पर्देसी मेरी
ओ पर्देसी मेरी नीर भरी अखियाँ
(नीर भरी अखियाँ)-२