तौबा तुम्हारे ये इशारे - The Indic Lyrics Database

तौबा तुम्हारे ये इशारे

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - अलका याज्ञनिक, अभिजीत | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - चलते चलते | वर्ष - 2003

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अभि : हे हे हे हे हे हे हे
हा आ हा हो ओ होतौबा तुम्हारे ये इशारे हम तो दीवाने हैं तुम्हारे
राज़ ये कैसे खोल रही हो तुम आँखों से बोल रही हो
जादू आते हैं तुमको सारे
अल : तौबा तुम्हारे ये इशारे हम तो दीवाने हैं तुम्हारे
छू लेते हो तार जो दिल के तुम ही बताओ तुम से मिल के
जान-ओ-दिल कोई क्यूँ ना हारे
अभि : तौबा तुम्हारे ये इशारेजिस्म दमकता जादू-जादू ज़ुल्फ़ घनेरी ख़ुश्बू-ख़ुश्बू
अल : साँसें हमारी महकी-महकी नज़रें तुम्हारी बहकी-बहकी
अभि : तुम्हारा बदन है जैसे चमन होश उड़ा दें ये नज़ारे
अल : तौबा तुम्हारे ये इशारे हम तो दीवाने हैं तुम्हारे
अभि : हो राज़ ये कैसे खोल रही हो तुम आँखों से बोल रही हो
जादू आते हैं तुमको सारे
तौबा तुम्हारे ये इशारेहे हे हे हे हे हे हे
अल : आ आ आ आ आ आ आ हाअभि : कोई नशा है छलक-छलका होश बचा है हलका-हलका
अल : हम हैं जैसे खोए-खोए जागे लेकिन सोए-सोए
अभि : मचलती रहो पिघलती रहो बाँहों के घेरे में हमारे
अल : तौबा तुम्हारे ये इशारे हम तो दीवाने हैं तुम्हारे
छू लेते हो तार जो दिल के तुम ही बताओ तुम से मिल के
जान-ओ-दिल कोई क्यूँ ना हारे
अभि : तौबा तुम्हारे ये इशारे हम तो दीवाने हैं तुम्हारे
राज़ ये कैसे खोल रही हो तुम आँखों से बोल रही हो
जादू आते हैं तुमको सारे
दो : तौबा तुम्हारे ये इशारे