दिल काहु को देव ना मार गायो रे - The Indic Lyrics Database

दिल काहु को देव ना मार गायो रे

गीतकार - मोती | गायक - अदर वॉयस, शमशाद बेगम, सी रामचंद्र | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - नदिया के परी | वर्ष - 1948

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चि: हो दिल काहू को देव ना
हाय दिल काहू को देव ना आँख करो ना चार
अरे महंगा सौदा प्यार का कर लो खूब बिचार
श: उई मार गयो रे
हाय मार गयो रे मोरे दिल पे कटारी
हाय मार गयो रे
चि: जुलुम करे रे गोरी अंखियाँ तिहारी
जुलुम करे रेश: एक परदेसी से लागे हैं नैना
होय लागे हैं नैना
रात नहीं निंदिया हो दिन नहीं चैना
को: हो दिन नहीं चैना
श: पिया पिया बोले -२
मोरे दिल की ये मैना -२
कि भूल नहीं रे
कि भूल नहीं रे ये सूरत प्यारी प्यारी
कि भूल नहीं रे
को: जुलुम करे रे गोरी अंखियाँ तिहारी
जुलुम करे रेचि: ओ आँखों की बरछी
आँखों की बरछी दिल का निशाना
हो दिल का निशाना
मछुओं की छोरी से दिल ना लगाना
को: अजी दिल ना लगाना हाय दिल ना लगाना
चि: होगी बदनामी -२
हँसेगा जमाना -२
चि: हाय देख रही रे
हाय देख रही रे ओर नगरिया ये सारी
हाय देख रही रे
को: होय मार गयो रे मोरे दिल पे कटारी
हाय मार गयो रेचि: दिल को लगा के
बताओ क्या पाया -२
श: दिल तोड़ना था
तो दिल क्यूँ लगाया -२
चि: झूठी कसम खा के -२
मुझको लुभाया
अजी मुझको लुभाया
श: सताय मती रे
चि: शर्माये मती रे
श: हाय सताय मती रे हो कसम है हमारी
सताय मती रेको: हाय जुलुम करे रे गोरी अंखियाँ तिहारी
जुलुम करे रे
होय मार गयो रे मोरे दिल पे कटारी
हाय मार गयो रे