क्यों याद आ रहे हैं - The Indic Lyrics Database

क्यों याद आ रहे हैं

गीतकार - तनवीर नकवी | गायक - सुरेंद्र | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1946

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लारा लप्पा लारा लप्पा लाई रखदा

लारा लप्पा लारा लप्पा लाई रखदा

अडीडप्प अडीडप्प लाई रखदा

हो देकर झूठे लारे

लारा लप्पा लारा लप्पा लाई रखदा

अडीडप्प अडीडप्प लाई रखदा

बाबूजी की बात निराली

दिल भी ख़ाली जेब भी ख़ाली

हो फिर भी अकड़ दिखाए

ओ बाबूजी, फिर भी अकड़ दिखाए

ओ बाबूजी, समझ न आए रे

लारा लप्पा लारा लप्पा लाई रखदा

अडीडप्प अडीडप्प लाई रखदा

बाबूजी से माँगे पैसे

बाबूजी बोले पैसे कैसे

जा लेन देन पर ख़ाक़ मुहब्बत पाक

बड़े फ़र्अमा गए हैं

लारा लप्पा लारा लप्पा लाई रखदा

अडीडप्प अडीडप्प लाई रखदा5

हो देकर झूठे लारे

लारा लप्पा लारा लप्पा लाई रखदा

अडीडप्प अडीडप्प लाई रखदा

आजकल के जेंटलमेन

रहते हैं हरदम बेचैन

ख़ाली जेब मटकते नैन

काम करे न काज

फिर भी अकड़ दिखाए

ओ बाबूजी फिर भी अकड़ दिखाए

ओ बाबूजी समझ न आए रे

लारा लप्पा लारा लप्पा लाई रखदा

अडीडप्प अडीडप्प लाई रखदा

आजकल की नारियाँ

आजकल की नारियाँ

है मुफ़्त की बीमारियाँ, बीमारियाँ

रात दिन मर्दों से लड़ने की करे तैय्यारियाँ, तैय्यारियाँ

काम कुछ करती नहीं

और बाँधती है साड़ियाँ

लारा लप्पा लारा लप्पा लाई रखदी

अडीडप्प अडीडप्प लाई रखदी

लारा लप्पा लारा लप्पा लाई रखदा

अडीडप्प अडीडप्प लाई रखदा

हो देकर झूठे लारे

फ़िक्र क्यों करते हो साहेब

ये भी कर दिखलाएंगे

वक़्त आएगा तो इस कुर्सी पे हम दट जाएंगे दट जाएंगे

लारा लप्पा लारा लप्पा लाई रखदा

अडीडप्प अडीडप्प लाई रखदा