बहोत रात हुई - The Indic Lyrics Database

बहोत रात हुई

गीतकार - गुलजार | गायक - किशोर कुमार | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - मुसाफ़िर | वर्ष - 1984

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बहोत रात हुई
थक गया हूँ
मुझे सोने दो
चाँद से कह दो उतर जाए
बहोत बात हुई
मैं थक गया हूँ
मुझे सोने दो
आशियां के लिए
चार तिनके भी थे
आसरे रात के
और दिन के भी थे
ढूंढ़ते थे जिसे
वो ज़रा सी ज़मीं
आसमां के तले
खो गई है कहीं
धूप से कह दो उतर जाए
बहोत बात हुई
मैं थक गया हूँ
मुझे सोने दो
याद आता नहीं अब कोई नाम से
सब घरों के दिए बुझ गए शाम से
वक़्त से कह दो गुज़र जाए
बहोत बात हुई
मैं थक गया हूँ
मुझे सोने दो