ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा - The Indic Lyrics Database

ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - ए. आर. रहमान | फ़िल्म - कटि पतंग | वर्ष - 1970

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ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा
ये वो बंधन है जो कभी टूट नही सकता
मिट्टी की है जो खुशबू तू कैसे भूलाएगा
तू चाहे कही जाए, तू लौट के आएगा
नई नई राहोंमें, दबी दबी आहोंमें
खोए खोए दिल से तेरे, कोई ये कहेगा
ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा,तुझे है पुकारा
तुझ से ज़िन्दगी है ये कह रही
सब तो पा लिया अब है क्या कमीं
यूँ तो सारे सुख हैं बरसे, पर दूर तू है अपने घर से
आ लौट चल तू अब दीवाने
जहा कोई तो तुझे अपना माने
आवाज दे तुझे बुलाने वो ही देस
ये पल हैं वो ही जिस में है छूपी, पूरी एक सदी, सारी ज़िन्दगी
तू ना पूछ रास्तें में, काहे आए हैं इस तरह दोराहे
तू ही तो है राह जो सुझाए
तू ही तो है अब जो ये बताए
जाए तो किस दिशा में जाए वो ही देस