कहां तक जफा हुस्न वालों की सहते - The Indic Lyrics Database

कहां तक जफा हुस्न वालों की सहते

गीतकार - साकिब लखनवी | गायक - मुकेश | संगीत - एम ए रऊफ (उस्मानिया) | फ़िल्म - तोहफा | वर्ष - 1947

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कहाँ तक जफ़ा हुस्न वालों की सहते
जवानी जो रहती तो फिर हम न रहतेनशेमन न जलता निशानी तो रहती
हमारा था क्या ठीइक रहते न रहतेकोई नक़्श और कोई दीवार समझा
ज़माना हुआ हमको चुप रहते रहतेज़्माना बड़े शौक़ से सुन रहा था
हमीं सो गये दासताँ कहते कहते