इस दुनिया की पगदंडी परी - The Indic Lyrics Database

इस दुनिया की पगदंडी परी

गीतकार - प्रदीप, मिस कमली | गायक - अमीरबाई | संगीत - सरस्वती देवी | फ़िल्म - आम्रपाली | वर्ष - 1945

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इस दुनिया की पगडण्डी पर
तुम्हीं हो मेरे साथी
इक तुम्हीं हो मेरे साथी
मेरे धुंदले जीवनपथ पर
तुम ओजा की बाती
इक तुम्हीं हो मेरे साथीतुम हो मेरे दिन के सूरज
मेरी रात के चन्दा
तुम ने मुझको बाँध लिया है
डाल प्रेम का फ़न्दा
मेरे राजकुमार हँसो
मैं तुम पे बलि बलि जाती
इक तुम्हीं हो मेरे साथीइस विशाल संसार में मैं इक अकेली
काँप रही थी मेरी जीवनवेली
लेकिन जिस दिन तुम को पाया
मैंने मन को धीर बँधाया
अपने घर को स्वर्ग समझ
मैं फूले नहीं समाती
इक तुम्हीं हो मेरे साथी