ये दिन क्या आये लगे फूल हँसने - The Indic Lyrics Database

ये दिन क्या आये लगे फूल हँसने

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मुकेश | संगीत - सलील चौधरी | फ़िल्म - शोले | वर्ष - 1975

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ये दिन क्या आये लगे फूल हँसने
देखो बसंती बसंती होने लगे मेरे सपने
सोने जैसी हो रही है हर सुबह मेरी
लगे हर सांझ अब गुलाल से भरी
चलने लगी महकी हुई पवन मगन झूम के
आँचल तेरा चूम के
वहाँ मन बावरा आज उड़ चला
जहाँ पर है गगन सलोना साँवला
जा के वही रख दे कही मन रंगों में खोल के
सपने ये अनमोल से