ओ नच ले ओ चल ताल ताल नच ले - The Indic Lyrics Database

ओ नच ले ओ चल ताल ताल नच ले

गीतकार - महबूब | गायक - कुणाल गांजावाला, दलेर मेहंदी | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - लकीर - निषिद्ध रेखाएं | वर्ष - 2004

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द : ओ नच ले
न न नच ले
ओ चल ताल-ताल नच ले
ओ सोणिये हीरे-मोतिये
ओ चल हाथ थाम चक लेओ नच ले नच ले
ओ चल ताल-ताल नच ले
ओ सोणिये हीरे-मोतिये
ओ चल हाथ थाम चक लेडरना क्या
को : ओय ओय
द : हम तेरे
को : ओय ओय
द : हैं रब्बा
संग तेरेको : ओ
द : नच लेवे सैयाँ
को : सैयाँ
द : वे सैयाँकु : धरती का ज़र्रा मैं
अ.म्बर का है तारा वो
फिर भी ये मेल हो गया
ख़ामोश थी वो हसीं
हमने भी कहा नहीं
आँखों में ही खेल हो गयाको : ओ ओ पा पा ईया
हा आ पा पा ईयाद : वे सैयाँ
कु : धरती का ज़र्रा मैं
अ.म्बर का है तारा वो
फिर भी ये मेल हो गया
ख़ामोश थी वो हसीं
हमने भी कहा नहीं
आँखों में ही खेल हो गयाद : ये है क़माल-ए-उल्फ़त
नाज़ाँ है दिल पे क़ुदरत
ज़ंज़ीर ना दीवारें
ना रोके कोई ताक़त
मिलन की धुन जो लगे
तो फिर दुनिया ना दिखे
जले हों शोले राहों में
लगे हों काँटे पाँओं में
सोचना क्या
फिर तो चले वहाँ जहाँ लै चला हमदमओ नच ले
ओ न न नच ले
ओ चल ताल-ताल नच ले
ओ सोणिये हीरे-मोतिये
ओ चल हाथ थाम चक लेडरना क्या
को : आहा आहा
द : हम तेरे
को : आहा आहा
द : हैं रब्बा
संग तेरे
डरना क्याको : oh yeah. I hate you.-४कु : तेरी निगाहों का साया मिला मुझे
तो मिली हैं ये सारी ख़ुशियाँ
तेरी दुआओं से ही मेरे अरमानों की भी
अब तो सजेगी दुनियाद : है फ़र्ज़ ये हमारा
और हाँ सदा रहेगा
को : ओ ओ ओ
द : उट्ठी जो तुझपे तलवार
सर अपना ही कटेगा
छड अब सारे बवाल
अच्छा सा महूरत निकाल
बना के तुझको दुलहा
चलेंगे तेरे ससुराल
बाजे ढम-ढम ढोल
और नचा बैंड सबको छम-छमनच लेओ नच ले
न न नच ले
चल ताल-ताल नच ले
सोणिये हीरे-मोतिये
ओ चल हाथ थाम चक लेडरना क्या
हम तेरे
हैं रब्बा
ओ संग तेरेओ न न नच ले
ना जा नच ले
ओ आजा नच ले
च च चक ले
ओ न न नच ले
च च चक ले
न न नच ले
ओ च च चक ले
ओ नच ले
हो नच लेको : नच ले