खिलो खिलो मातावारी कलियॉ - The Indic Lyrics Database

खिलो खिलो मातावारी कलियॉ

गीतकार - पं सुदर्शन | गायक - शीला | संगीत - रफीक गजनवी, मीर साहेब | फ़िल्म - सिकंदर | वर्ष - 1941

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खिलो-खिलो
खिलो-खिलो मतवारी कलियो
खिलने की रुत आई आज -२खिलो-खिलो मतवारी कलियो
खिलने की रुत आई आज -२( क़ुदरत ने कलियों के कानों
में ये बात सुनाई आज ) -२
खिलो-खिलो
खिलो-खिलो मतवाली कलियो
खिलने की रुत आई आज -२( इस रुत की हर बात सुहानी
हर दिन गीत हर रात कहानी ) -२
इस बाँके हरीयाले दिल में -२
जब हरियाली छाई आज -२खिलो-खिलो
खिलो-खिलो मतवाली कलियो
खिलने की रुत आई आज -२( डगर-डगर गलियन बन महके
कूक-कूक रसिया मन बहके ) -२
पग में फिर कर जनम रही है -२
जोबन की अंगड़ाई आज -२खिलो-खिलो
खिलो-खिलो मतवाली कलियो
खिलने की रुत आई आज -२