ये दिल सुन रहा है, तेरे दिल की जुबाँ - The Indic Lyrics Database

ये दिल सुन रहा है, तेरे दिल की जुबाँ

गीतकार - मजरूह सुलतानपुरी | गायक - गुलाम अली | संगीत - जतिन - ललित | फ़िल्म - Nil | वर्ष - Nil

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ये दिल सुन रहा है, तेरे दिल की जुबाँ
ऐ मेरे हमनशी, मैं वहाँ, तू जहाँ
मेरी सदा में बोले तू
ये कोई क्या जाने
गीत में है, साज़ में है, तू ही तू, नग़्मा कहाँ
दर्द-ए-मोहोब्बत के सिवा
मैं भी क्या, तू भी क्या
ये ज़मीं हम, आसमां हम, अब हमें जाना कहाँ