जीवन ज्योति बुझती जाये तुझ बिन कौन जगाये - The Indic Lyrics Database

जीवन ज्योति बुझती जाये तुझ बिन कौन जगाये

गीतकार - यशोदानंदन जोशी | गायक - अमीरबाई | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - विद्या | वर्ष - 1948

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जीवन ज्योति बुझती जाये
तुझ बिन कौन जगाये -२
प्रभू जी -२
तुझ बिन कौन जगाये( चारों ओर छाया अंधियारा
सूझत नाहीं दूर किनारा ) -२
तेरा ही है एक सहारा -२
तुझ बिन कौन सुझाये -२
प्रभू जी -२
तुझ बिन कौन सुझाये( दुख आये परवाह नहीं है
दुख पाने की चाह नहीं है
दुख आये
मैं मूरख मंज़िल को ढूँढूँ -२
तुझ बिन कौन बताये -२
प्रभू जी -२
तुझ बिन कौन बतायेउलझे हैं जब ऊँच-नीच की उलझन में
ऊँच-नीच की उलझन में
बोलो कैसे चैन मिले फिर जीवन में
चैन मिले फिर जीवन में
बनी हमारी बिगड़ रही है -२
तुझ बिन कौन बनाये -२
प्रभू जी -२
तुझ बिन कौन बनाये