दुखिया दिन भिखारनी पगली समझा कौन - The Indic Lyrics Database

दुखिया दिन भिखारनी पगली समझा कौन

गीतकार - प्रेम देहल्विक | गायक - अनिल बिस्वास | संगीत - NA | फ़िल्म - वीना | वर्ष - 1948

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दुनिया प्यारीप्यारी रे

हो

दुनिया प्यारीप्यारी रे

हो नई निराली दुनिया प्यारीप्यारी रे

दुनिया प्यारीप्यारी रे

घर में हो नैनों का चन्दा

हो

घर में हो नैनों का चन्दा

देखदेख मुसकावूँ

तानों की डोरी बाँधूँ

पलकों पे उसे बुलावूँ

तानों की डोरी बाँधूँ

पलकों पे उसे बुलावूँ रे

झूला झुले लाल हमारा

मैं जावूँ बलिहारी रे

हो नई निराली दुनिया प्यारीप्यारी रे

दुनिया प्यारीप्यारी रे

चाँद बना

आ हां हां

चाँद बना घर का उजियारा

हो

चाँद बना घर का उजियारा

गिरते परते डोले रे

दादी की आँखों का तारा

म म म म बोले रे

फूल उठी मैया के मन की

नन्हीं सी फुलवारी रे

हो नई निराली दुनिया प्यारीप्यारी रे

दुनिया प्यारीप्यारी रे

बाबू आये

हाँ हाँ

बाबू आये

लाल ज़रा गोदी में जाना

छोड़ो जी छोड़ो

तुमको आये न खिलाना

छोड़ो जी छोड़ो

तुमको आये न खिलाना

मुन्ना को तो लगती है

माँ की गोदी प्यारी रे

हो नई निराली दुनिया प्यारीप्यारी रे

दुनिया प्यारीप्यारी रे

मीठी निंदिया चन्दा सो ले

ऊं ऊं

मीठी निंदिया चन्दा सो ले

तो मैं लोरी गावूँ

रूठ गये सैंयाँ ना माने

जा कर उन्हें मनावूँ

खेलखेल में ही ऐसे कट

जाये उमरिया सारी रे

हो नई निराली दुनिया प्यारीप्यारी रे

दुनिया प्यारीप्यारी रे

हो

दुनिया प्यारीप्यारी रे