ऐ दर्द ए दिल किसी दिन होना जुदा ना हमसे - The Indic Lyrics Database

ऐ दर्द ए दिल किसी दिन होना जुदा ना हमसे

गीतकार - | गायक - गौहर सुल्ताना | संगीत - झंडे खान | फ़िल्म - | वर्ष - 1932

View in Roman देते हैं अब दिखाई अपने ही मुझको ज़म (?) से
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ऐ दर्द-ए-दिल किसी दिन होना जुदा न हमसे
आबाद यह मकां है तेरे जी दम-क़दम सेहम ग़मज़दों का रोना दुनिया को इक हँसी है
हाँ अश्क़-ए-ख़ूँ स.म्भलना गिरना न चश्म-ए-नम सेऐ हसरतों हटो भी हो ली मिज़ाज-पुरसी
हम हाल-ए-दिल कहेंगे फ़ुर्सत मिली जो ग़म से'बेताब' इस जहाँ में कोई नहीं किसी का
देते हैं अब दिखाई अपने ही मुझको ज़म (?) से