क्या मुहब्बत का यही अन्जाम है - The Indic Lyrics Database

क्या मुहब्बत का यही अन्जाम है

गीतकार - अंजुम पीलीभीति | गायक - अशोक कुमार | संगीत - NA | फ़िल्म - नजमा | वर्ष - 1943

View in Roman

हा हा लाई ख़ुशी की दुनिया हँसती हुई जवानी

हा हा

लाई ख़ुशी की दुनिया हँसती हुई जवानी

लाई ख़ुशी की दुनिया

मु : अब बस में फूल के है बुलबुल की ज़िंदगानी

सु : लाई ख़ुशी की दुनिया हँसती हुई जवानी

लाई ख़ुशी की दुनिया

मु : अपनी नज़र का जादू

क्या पूछते हो हमसे

देखो जो मुस्करा के हो जाये आग पानी

सु : लाई ख़ुशी की दुनिया हँसती हुई जवानी

लाई ख़ुशी की दुनिया

सु : तुम नींद बन के जब से आँखों में

आँखों में घुल गये हो

नींद बन के जब से आँखों में घुल गये हो

सपनों में नाचती है

हँसहँस के ज़िंदगानी

दो : लाई ख़ुशी की दुनिया हँसती हुई जवानी

लाई ख़ुशी की दुनिया

मु : दीपक की रोशनी पर

जलते हैं क्यूँ पतंगे

सु : एक आप का है क़िस्सा

एक है मेरी कहानी

दो : लाई ख़ुशी की दुनिया हँसती हुई जवानी

लाई ख़ुशी की दुनिया