ये दिल ना होता बेचारा, कदम ना होते आवारा - The Indic Lyrics Database

ये दिल ना होता बेचारा, कदम ना होते आवारा

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - सचिन देव बर्मन | फ़िल्म - खामोशी - संगीतमय | वर्ष - 1996

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ये दिल ना होता बेचारा, कदम ना होते आवारा
जो खूबसुरत कोई अपना हमसफ़र होता
सुना जब से जमाने हैं बहार के
हम भी आये हैं राही बन के प्यार के
कोई ना कोई बुलाएगा, खड़े हैं हम भी राहों में
अरे माना उसको नहीं मैं पहचानता
बन्दा उसका पता भी नहीं जानता
मिलना लिखा है तो आयेगा, खड़े हैं हम भी राहों में
उस की धुन में पडेगा दुःख झेलना
सिखा हमने भी पत्थरों से खेलना
सूरत कभी तो दिखाएगा, पड़े हैं हम भी राहों में