हो प्यार बनते चलो - The Indic Lyrics Database

हो प्यार बनते चलो

गीतकार - असद भोपाली | गायक - किशोर कुमार | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - हम सब उस्ताद हैं | वर्ष - 1965

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हो प्यार बाँटते चलो
है प्यार बाँटते चलो
हे प्यार बाँटते चलो
क्या हिन्दू क्या मुसलमाँ हम सब हैं भाई-भाई
प्यार बाँटते ...( प्यार है ज़िन्दगी की निशानी ये बुजुर्गों का कहना है यारों
एक ही साज़ के तार हैं सब हमको मिलजुल के रहना है यारों ) -२
हे सोचो कल क्या थे देखो आज क्या हो
तुमको ले ना डूबे कहीं अपनी ये लड़ाईको : प्यार बाँटते ...( राम ये है तो रहमान तुम हो ये है करतार तो जान तुम हो
नाम कुछ हो मगर ये ना भूलो सबसे पहले तो इन्सान तुम हो ) -२
ऐ नन्हें शहज़ादों ऐ कल के नेताओं
तुमसे हमने क्या-क्या उम्मीदें हैं लगाईंको : प्यार बाँटते ...( ये अजन्ता है वो ताज देखो हर जगह प्यार की है एक कहानी
प्यार सदियों से अब तक अमर है और हर चीज़ है आनी-जानी ) -२
हे जब तक ये दुनिया है तब तक ये ज़िन्दा है
सबने सर झुकाया जब इनकी याद आईको : प्यार बाँटते ...