अभी तो रात बाक़ी है - The Indic Lyrics Database

अभी तो रात बाक़ी है

गीतकार - अकमल हैदराबादी | गायक - रफी | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - बंदिश | वर्ष - 1969

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अभी तो रात बाक़ी है, ये ढल जाए तो सो जाना
घड़ी भर को दिल-ए-नादाँ सँभल जाए तो सो जाना
अभी तो रात बाक़ी है, ये ढल जाए तो सो जाना
ये जलते होंठ और ये नींद में डूबी हुई आँखें
मुझे सोने नहीं देतीं तुम्हारी अधखुली आँखें
ज़रा ठहरो, मुझे भी नींद आ जाए तो सो जाना
अभी तो रात बाक़ी है ...
हसीं हो तुम तुम्हें क्य ग़म तुम्हें तो नींद प्यारी है
हमारा हाल मत पूछो कि हम पर रात भारी है
हमारे सर क़यामत है, ये टल जाए तो सो जाना
अभी तो रात बाक़ी है ...