जागी बदन में ज्वाला - The Indic Lyrics Database

जागी बदन में ज्वाला

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - लता मंगेशकर, सहगान | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - इज्जत | वर्ष - 1968

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ल: आ ओ
जागी
जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डाला
को: जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डाला
ल: जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डाला
को: जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डाला
ल: मना मना कर हारी
माने नहीं मन मतवाला
बैरी तूने हट ना छोड़ी
मैंने तुझे कितना टाला
को: जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डाला
ल: जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डालाल: ( आते जाते राहों में छोड़ा
इन्हीं तेरी बातों से पड़ा ये बखेड़ा ) -२
अच्छी की पहचान तेरे दो नयनों ने
को: अच्छी की पहचान तेरे दो नैनों ने
ल: अरे घायल कर दी जान तेरे दो नैनों ने
हो हो हो
को: जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डाला
ल: ऊं जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डालाल: ( रूठे मेरी आँखों से सपने
हुये तेरे काबू में दिन थे जो अपने ) -२
अबसे पहले हाल न ऐसा देखा था
को: अबसे पहले हाल न ऐसा देखा था
ल: अरे सोलह साल में साल न ऐसा देखा था
हो हो हो
को: जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डाला
ल: ऊं जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डालाल: ( तेरे लिये रातों को भटकूँ
आते जाते लोगों की नज़रों की खटकूँ ) -२
कैसी हलचल डाली मेरी जवानी में
को: कैसी हलचल डाली मेरी जवानी में
ल: अरे ज़ुल्मी तूने आग लगा दी पानी में
हो हो हो
को: जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डाला
ल: ऊं जागी बदन में ज्वाला
सैंया तूने क्या कर डालाल: मना मना कर हारी
माने नहीं मन मतवाला
बैरी तूने हट ना छोड़ी
मैंने तुझे कितना टाला
जागी
को: जागी
ल: जागी बदन में ज्वाला
को: सैंया तूने क्या कर डाला
ल: जागी
को: बदन में ज्वाला
ल: सैंया तूने
को: क्या कर डालाल: ओ ओ ओ