ये दिल और उनकी निगाहों के साये - The Indic Lyrics Database

ये दिल और उनकी निगाहों के साये

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - सोनू निगम | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - परदेस | वर्ष - 1997

View in Roman

ये दिल और उनकी निगाहों के साये
मुझे घेर लेते हैं बाहों के साये
पहाड़ों को चंचल किरण चूमती है
हवा हर नदी का बदन चूमती है
यहाँ से वहाँ तक हैं चाहों के साये
लिपटते ये पेड़ों से बादल घनेरे
ये पल पल उजाले, ये पल पल अंधेरे
बहोत ठंडे ठंडे हैं राहों के साये
धड़कते हैं दिल कितनी आज़ादीयों से
बहोत मिलते जुलते हैं इन वादियों से
मोहब्बत की रंगीन पनाहों के साये